अमेरिका की लैब में 25 वैज्ञानिकों संग कोरोना की वैक्सीन बना रहे प्रयागराज के फराज
कोरोना वायरस (कोविड-19) को मात देने के लिए पूरी दुनिया के वैज्ञानिक वैक्सीन बनाने में लगे हैं। इन्हीं में एक हैैं प्रयागराज के रहने वाले फराज जैदी, जो अमेरिका के फिलाडेल्फिया स्थित विस्टार इंस्टीट्यूट में टीम का हिस्सा हैं। इस लैब में बतौर प्रोजेक्ट मैनेजर फराज समेत 25 वैज्ञानिकों की टीम शामिल है। राहत भरी खबर है कि इस टीम ने जो एक वैक्सीन तैयार की है वह चूहों और बंदरों पर कारगर साबित हुई है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही इस वैक्सीन पर मुहर लग सकती है। वैज्ञानिक फराज जैैदी के मुताबिक, किसी वैक्सीन को तैयार करने में कई वर्ष लग जाते हैं लेकिन कोरोना जैसी वैश्विक महामारी की भयावहता को देखते हुए हम लोग दिन रात लैब में ही काम कर रहे हैं। कोविड-19 वायरस को मात देने के लिए जनवरी में ही टीम वैक्सीन बनाने में लग गई थी। तैयार वैक्सीन का एनिमल्स ट्रॉयल भी हो गया। इसमें कई स्टेज होते हैं। फेज वन में यह वैक्सीन चूहों पर दी गई जो सफल रही। फेज-2 में बंदरों पर भी इसका प्रयोग सफल रहा। फराज जैैदी के अनुसार, छह अप्रैल से इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रॉयल शुरू हो गया है, जिसमें 260 वालंटियर्स शामिल किए गए हैं। इन लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। कुछ सप्ताह बाद इन सभी के ब्लड लेकर टेस्ट किए जाएंगे कि यह वैक्सीन उनके शरीर में किस तरह का प्रभाव डाल रही है। इस पूरी प्रक्रिया में अभी एक से दो वर्ष तक का समय लग सकता है।