ब्‍लूटूथ व लोकेशन ऑन रखने के बाद ‘आरोग्‍य सेतु’ एप करता है काम

ब्‍लूटूथ व लोकेशन ऑन रखने के बाद ‘आरोग्‍य सेतु’ एप करता है काम
ब्‍लूटूथ व लोकेशन ऑन रखने के बाद ‘आरोग्‍य सेतु’ एप करता है काम

नॉवेल कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को चपेट में ले रखा है। सभी देशों में इससे बचाव के लिए एहतियातन कई कदम उठाए जा रहे हैं। इस क्रम में भारत सरकार ने नया मोबाइल एप ‘आरोग्‍य सेतु’ लांच किया है और लोगों से इसे डाउनलोड करने का निवेदन कर रही है। इस एप के जरिए सरकार का लक्ष्‍य देश के जन-जन को सतर्क करना व इस महामारी से जुड़ी तमाम जानकारियों से अवगत कराना है। इस एप के लिए मोबाइल नंबर, ब्लूटुथ, लोकेशन की जरूरत होती है। मोबाइल नंबर के जरिए यह एप आस-पास मौजूद कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के बारे में अलर्ट कराता है। इसके अलावा एप पर राज्यवार कोरोना हेल्पलाइन सेंटर की सूची भी उपलब्ध होती है। इस एप का यूजर जब चाहे तब इस प्‍लेटफार्म पर कुछ प्रश्नों का उत्तर देकर यह पता कर सकता है कि वह इस बीमारी का संदिग्‍ध है या नहीं। उल्‍लेखनीय है कि एप का डाटा पूरी प्राइवेसी रखता है।25 मार्च से 14 अप्रैल तक लागू लॉकडाउन की अवधि बढ़कार अब 3 मई तक कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस फैसले का ऐलान किया। आरोग्‍य सेतु एप को एंड्रॉयड और आइफोन दोनो स्‍मार्टफोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसके लिए गूगल प्‍ले स्‍टोर में 'Aarogya Setu' टाइप करना होगा। या फिर ट्राई की ओर से आए मैसेज में भी इस एप को डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजा जा रहा है। 11 भाषाओं को सपोर्ट करने वाले इस एप में सुविधानुसार भाषा चुनने का विकल्‍प है। इस एप के लिए इंफाइनफॉर्मेशन पेज को ध्‍यान से पढ़ने के बाद 'Register Now' का विकल्‍प चुनें। रोग्‍य सेतु एप के लिए ब्‍लूटूथ के साथ जीपीएस आवश्‍यक है। इन दोनों फीचर को ऑन रखने के बाद ही यह एप काम कर सकता है। इसके इस्तेमाल के जरिए एप पता करता है कि क्या कोई व्यक्ति COVID-19 जोखिम के करीब है या नहीं।